कबड्डी निबंध इन हिंदी – kabaddi in hindi essay

आज हम इस लेख के अंदर कबड्डी निबंध इन हिंदी के बारे में जानने वाले है। कबड्डी हमारे भारत का राष्ट्रीय खेल है। कबड्डी को गांव में सभी लोग बड़े ही चांव से खेलते हैं और अभी तो बड़े-बड़े शहरों में भी इस खेल को मान्यता मिलना शुरू हो गया है। गिल्ली डंडा से बेहेतर ये खेल है क्योंकि कबड्डी मै खतरा बहुत ही कम होता है। मैं तो कबड्डी का बहुत ही शौकीन हू। इसलिए जहां पर भी कबड्डी होता है मैं उसे जगह पर पहुंच जाता हूं। आज मैं आपको कबड्डी के निबंध के बारे में लिखना बताऊगा। आज मैं आपको कबड्डी निबंध इन हिंदी को केसे लिखे उसके बारे में बताऊंगा।

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कबड्डी निबंध इन हिंदी मैं टीम के बारे में

इस वर्ष मुझे एक आयोजन के अंदर एक बहुत बड़े रोमांचक भरा कबड्डी खेल देखने का मोका मिला। जी हां यह खेल भी हमारे स्कूल के टीम और एक स्कूल के टीम के अंतर्गत के साथ हुआ था। 22 अप्रेल को हमारे स्कूल विवेकानंद शिक्षा सदन और बाजी राउत शिक्षा निकेतन के बीच फाइनल कबड्डी मैच खेला गया। जिसमें हमारे स्कूल विवेकानंद शिक्षा सदन स्कूल टीम के कप्तान श्री हरिश्चंद्र थे जोकि जिले के मशहूर कबड्डी खिलाड़ी है और दूसरे स्कूल के कप्तान श्री रामेश्वर थे वो भी जिले के मशहूर कबड्डी खिलाड़ियों में से एक है। और इस खेल में श्री रवींद्रनाथ जी को रेफरी के तोर पर बनाया गया था।

कबड्डी में खिलाड़ियों और दर्शकों के बारे में

कबड्डी निबन्ध इन हिन्दी

कबड्डी निबंध इन हिंदी मैं हम खिलाड़ियों और दर्शको के बारे मैं बात करेगें। इस कबड्डी मैच को शाम के 4:00 खेलना शुरू करा गया। दोनो ही टीम एक साथ में मैदान पर उतरे। मैदान के चारों तरफ दोनों स्कूल के विद्यार्थियों की अच्छी खासी भीड़ लगी हुई थी। और सभी खिलाड़ी अपने-अपने स्कूल के भारतीयों में मैदान पर उतरे थे। दोनों ही टीमों को बिरद्याथियों ने बड़े ही हॉर्स उलास और तालियों से स्वागत किया गया है। दोनों के टीमों के बीच में टॉस के लिए सिक्के को उछाला गया और टॉस के अंदर हमारे टीम के कप्तान श्री हरिश्चंद्र ने जीता।

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खेल सुरु हुआ

खेल को आरंभ करने के लिए रेफ्री ने जोर से सिटी बजाई शोर मचाने वाले दर्शकों की भीड़ एकदम शांत हो गई और खेल शुरू हो गाया। हमारे कप्तान जी ने सबसे पहले आगे बढ़े। वह कबड्डी कबड्डी कहता हुआ बिना सांस को तोड़े विरोधी दल के रेखा के अंदर जा घुसा। वह बड़े ही फुर्तीला था वह अपने कल का बहुत ही अच्छे तरीके से प्रदर्शन कर रहा था। विरोधी दल हमारे कप्तान को पकड़ ने के लिए आगे बढ़ते हुए आकर फिर पीछे लोट जाते थे। इसी का फायदा उठाकर हमारे कप्तान ने विरोधी दल के एक खिलाड़ी को छूने में कामयाब हो गया इतने में उसका सांस रुकने ही वाला था वह अपने टीम में वापस आ गया इसी प्रकार से हमारे टीम एक अंक प्राप्त किया।

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फिर विरोधी दल के कप्तान श्री रामेश्वर ने हमारे टीम के रेखा को पार करते हुए अन्दर आया वह भी बड़ा ही फुर्तीला था। वह कबड्डी कबड्डी कहकर बिना सांस तोड़े हमारे खिलाड़ियों को छूने की कोशिश कर रहा था। इतने में ही हमारे टीम के तीन खिलाड़ी उसको दबोच लिया और लेकिन वह फिर भी कबड्डी कबड्डी कहकर रेखा को छूने की बहुत कोशिश कया लेकिन अंत में वो न कामयाब हुआ। इस तरह उसने एक अंक गवा दिया। बाजी राउत शिक्षा निकेतन के टीम अब बहत उत्तेजित हो उठे। और अभी रेफ्री ने लंबी सिटी बजाकर मध्यांतर घोसण करदी।

मध्यांतर के बाद का खेल

रेफ्री ने लंबी सिटी बजाकर खेल को पुनः सुरु कर दिया। सबसे पहले बाजी राउत शिक्षा निकेतन स्कूल टीम के कप्तान आगे बढ़ा उसने हमारे खिलाड़ियों को एकदम पीछे जाने मैं मजबूर कर दिया। लेकिन हमारे खिलाड़ियों की कुर्ती देखकर वह अपने पहले में लौट आया और अभी बारी थी हमारी। अरे हमारे टीम के खिलाड़ी ने विरोधी के पाले में घुसा। वो पाला रेखा को छूने की बहुत कोशिश की लेकिन इतने में ही उसके ऊपर विरोधी टीम के खिलाड़ी टूट पड़े और वो नाकामयाब हुआ। इसी प्रकार से हमने एक अंक को खो दिया। फिर उसके बाद विरोधी टीम के खिलाड़ी हमारे टीम अंदर घुसा लेकिन वह कोई भी अंक प्राप्त नहीं कर पाया।

अब बारी फिर से हमारी थी हमारे टीम का एक बहत ही फुर्तीला खिलाडी विरोधी के पाले में घुसकर एक खिलाड़ी को उठाकर सीधा हमारे टीम के अंदर ले आया ऐसे करके हमारे दो अंक प्राप्त हो गया। ऐसे करते-करते मैच आगे बड़ा। कभी कोई टीम अंक प्राप्त किया तो कभी दूसरे टीम अंक प्राप्त किया ऐसे करते करते-करते करीब 8 मिनट तक मैच चला। फिर रेफ्री ने एक लंबी सिटी बजाकर खेल को रोक दिया।

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उपसंहार

रेफ्री ने दोनो ही टीम की अंको की गणना की। लेकिन खुशी की बात यह है कि हमारे टीम 10 के मुकाबले 6 अंकों से मैच को जीत लिया। हमारे स्कूल के लड़को ने बहुत ही हंस और उल्लास से जस्न मनाया। हमारे स्कूल के प्रिंसिपल हमारे टीम को आकर बधाई दी और जितने की खुशी में स्कूल के अगले दिन को छूटी घोषणा कर दीया। तो ये थी कबड्डी निबंध इन हिंदी जो की में मेने अपने स्कूल का बताया। आपके स्कूल में कबड्डी मैच कैसा होता था आप नीचे हमे कॉमेंट पे बताएं।

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